गुरुवार, 29 मई 2008

ब्लॉग: क्या लिखे क्या न लिखे :-

ब्लॉग मे क्या लिखे क्या न लिखे -
ब्लॉग बनाना आसन तो है ,पर लिखना बहुत कठिन काम ,किसके बरे मे लिखे क्या लिखे ,कब लिखे और क्या लिखे जैसे प्रश्न आ खड़े होते है। सबको ये भी पता चल जाता है कि हमारी हिन्दी या अन्य कोई भाषा का ज्ञान कैसा है। अब ब्लॉग बन ही गया तो लिखना तो पडेगा ही कोई सुधि पाठक मिल जाए तो अच्छा रहता पर ये भी मुश्किल है लिख दो तो कोई पढता नही ,अब जिसको जैसा लिखने आएगा वैसा ही तो लिखेगा न। ब्लॉग मे कुछ लोग तस्वीरो के मध्यम से अपनी बात रख लेते है तो कुछ चित्र बना के ,कोई कविता लिख रहे तो कोई लेख ।
पर सवाल यह है कि मैं क्या लिखु, अभिव्यक्ति को मानव का प्राथमिक अधिकार कहा गया है हर व्यक्ति को यह अधिकार प्राप्त है और ऐसा भी नही है कि कोई कुछ नही जनता हो हर व्यक्ति का अलग अलग अनुभव होते है जो उसकी जिन्दगी से जुड़े होते है हर एक का सुख दुःख सोचने का तरीका अलग होता है ,इसका मतलब यही हुआ कि चाहे तो कोई भी व्यक्ति कुछ न कुछ लिख सकता है ,अपनी जिन्दगी के बारे मे ,अपने परवर के बारे मे, अपने आजीविका के बारे मे ,अपनी सोच को उजागर कर सकते है ,यह ज्यादा जरुरी नही कि वह कितना अच्छा लिखता है जरुरी तो यह है की जीवन के बारे मे उसकी सोच कितनी सकारात्मक है,कितना जिन्दगी सेउसने सीखा है, दूसरो के प्रति उसके मन मे कितनी सवेदना है ,यही बाते हमे एक मुकम्मल इन्सान बनाती है, जो वह लिखेगा उसमे जिन्दगी की धड़कने दिखायी देगी

5 टिप्‍पणियां:

सचिन्द्र राव ने कहा…

सही कहा है आपने ब्लॉग बनाना आसान तो है पर बिल्कुल भी आसान भी नही है। अपने विचारो को उपयुक्त शब्द देना और उसकी भावना को बरक़रार रखना मुश्किल होता है, साथ ही विषय कितना असरदार है ये भी असर डालता है लेखनी पर। ब्लॉग एक प्रकार से मन मे उठाने वाले विचारो को बिना किसी झिझक और लागलपेट के प्रस्तुत करना ही तो है। इससे अपने अन्दर छुपी हुई प्रतिभा को भी उजागर करने मे मदद मिलाती है। रही बात अपने ब्लॉग पर ध्यान आकर्षित करने की तो जोरदार तरीके से लिखे अच्छे पाठक जरुर मिलेंगे। शुभकामनाये.

shamshad ahamad ने कहा…

मेरे साथ जब ये समस्या आती है तो मैं लिखना बंद कर पढ़ना शुरू कर देता हूँ. जब पढ़ना बंद करता हूँ तो लिखने की इच्छा होने लगती है. आपकी सुंदर अभिव्यक्ति को पढ़कर तुरंत टिपण्णी लिखने की इच्छा हुई. है ना आसान तरीका.

Unknown ने कहा…

aap logo ne mere blog ko padha iske liye kotisah dhanyavad,kripya margdarshan karte rahege ,mai aap logo kee aabharee rahugee ,

Internet Existence ने कहा…

आपने ब्‍लाग बना लिया यही सबसे बड़ा "लिखना" हुआ

Surakh ने कहा…

"ज्यादा जरुरी नही कि वह कितना अच्छा लिखता है"
वाकई संवेदनशील बात कही आपने,