शनिवार, 21 जून 2008

मंहगाई तू कहा से आई

मंहगी होती वस्तुओ के दामो ने हर गृहिणियों के माथे मे शिकन ला दी है,पेट्रोल गैसदल,चावल,आटे दूध,साबुन.तेल,सहित ऐसी कोई सामान नही होगा जिसका दम न बढ़ा हो ,तरह तरह के लोग अपने अपने ढंग से इसकी व्यख्या कर रहे,कोई कहता है की छटवे वेतन मान देने के सरकार के निर्णय से मंहगाई बढ़ रही,कोई कह रहे कृषि उपज के समर्थन मूल्य मे व्र्ध्दी के कारन मंहगाई बढ़ रही ,किसी को पेट्रोलियम पदार्थो के अन्तराष्ट्रीय मूल्य व्र्ध्दी को कारण बता रहे,पर कारण कोई भी हो इस मंहगाई से कोई भी वर्ग अछूता नही है,अब तो स्थिति यंहा तक पहंच गई की राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने की मांग कांग्रेस अध्यक्ष ने कर दी है,

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